Bihar Train Accident-बिहार में हुआ बहुत बड़ा ट्रेन हादसा 53 करोड़ से भी ज्यादा नुक्सान

Bihar Train Accident-बिहार में हुआ बहुत बड़ा ट्रेन हादसा 53 करोड़ से भी ज्यादा नुक्सान

चार लोगों की मौत और 78 लोग घायल

Bihar Train Accident-बिहार में हुआ बहुत बड़ा ट्रेन हादसा 53 करोड़ से भी ज्यादा नुक्सान :-

दिनदयाल उपाध्याय जंक्शन दानापुर रेलखंड के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेसवे के दूर्घटनाग्रस्त होने के बाद भी 24 घंटे के खराब अभी मार्ग पर पूरी तरह से तारस से टेप और यह जो एक्सीडेंट हुआ है ट्रेन का अगर बहुत ही बड़ा हुआ और बहुत ही खतरनाक एक्सीडेंट हाँ बिहार में हुआ है जो कि दिनदयाल उपाध्याय जंक्शन दानापुर रेलखण्ड की हाँ हुआ है.जो रेलवे कर्मचारी हैं उन्हें बताया कि रेलवे पहले से शुक्रवार तक दोपहर तक अपलाइन पर परिचलन कर सकती है और वही रविवार तक पूरे परिचलन शुरू होने का इंतजार करना पड़ सकता है तो अभी वहां पर काम चालू है और बहुत सारे नुक्सान हुआ बहुत सारे खंभों का भी नुक्सान हुआ है तो वाह सब ठीक कर रहे हैं और अभी रविवार तक सब ठीक हो सकता है और रविवर तक सभी ट्रेनिंग परीक्षा आलमपुर शुरू हो सकती है

घाटना के वक्त ट्रेन बहुत तेज थी:-

घटना के वक्त अगर ट्रेन की बात करें तो ट्रेन बहुत ही तेज दौड़ रही थी, 130 के रफ्तार से कम से कम 130 के रफ्तार से वह दौड़ रही थी, 126 किलोमीटर प्रति घंटे की हिसाब से ट्रेन दौड़ रही थी, स्टेशन प्रबंधक और लोगों के पायलट सही हस्ती से जूड 5 करने की रिपोर्ट में जिक्र है कि ट्रेन को थ्रू सिग्नल मिला था, इसे मेन लाइन से गुजरना था, हादसे के खराब ट्रेन की सभी टीवीएस को सही पटरी से उतार गए और ट्रेन का नुक्सान हो गया और ट्रेन का एक्सीडेंट हो गया क्योंकि ट्रेन बहुत हाय बड़ी स्पीड में थी और लगभाग 120 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेन चल रही थी.

दुर्घटनाग्रस्ट कोच में कुछ 90 डिग्री से कुछ 180 डिग्री तक मुड़ कर डाउन कि मेन और लुक लाइन के साथ लाइनन पर चित्रा गई और किसी के साथ प्रियंका एक्सीडेंट हो गया और तेजी से चल रही थी और ऊपर से उतर गई और यह बहुत बड़ा कांड हो गया.

चार लोगों की मौत से 78 घायल और बहुत सारे लापता:-

बक्सर के डीएम अंशुल अग्रवाल ने बताया कि घाटनास्थल से लगभाग 4 लोगों की शोभा मत किये गये हैं और घाटना में लगभाग 78 लोग घायल हो चुके हैं और यह बहुत ही बड़ी बात है कि इसमें चार लोग मर चुके हैं और 78 लोग घायल भोजपुर और पटना के अलग-अलग अस्पतालों में ही किया गया है ज्यादा मरीज को गंभीर छुट्टी नहीं लगी है घायलों की रेलवे या से 50000 की मदद जारी के दी गई है.

इतनी ही मदद देने की बात भी यार सरकार ने कहा है कि रेलवे को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे और बिहार सरकार को 400000 दिए जाएंगे, जिनका भी समय मौत हुई है उनको लगभाग बिहार सरकार 14 लाख रुपये हर एक आदमी को दे रहे हैं क्योंकि उनके परिवार जनोन को यह देर देने के लिए यह रकम बिहार सरकार ने घोषणा की है.

दो डिवीजन और 4 जिलों से मदद नहीं, हादसे के बाद राहत ही बचे कार्य, दानापुर और पंडित दिनदयाल उपाध्याय रेल मंडल से तकनीकी टीम और रेल सुरक्षा बल की मदद ली गई इसके अलावा रायपुर एक्शन फोर्स इंडिया रेप, बक्सर भोजपुर और एसडीआरएफ रोहतक जिले की पुलिस को बचाव कार्य में लगया गया है और इस्में भारत की टीम बहुत अच्छी तरह से काम कर रही है आपके जो स्थानीय पुलिस है वह भी बहुत सारे मदद कर रहे हैं और इस्में बचाव कर रहे हो अभी बहुत तेजी से चालू है.

मर्ममत कार्य जारी है:-

रेलवे ने परिचलन पुनर्बल करने के लिए ये रेल क्रेन रोड क्रेन के साथ ही काई अर्थ मोर और पोकलेन मशीन की जगह काम शुरू कर दिया है और काम बहुत ही उच्च स्टार पर चालू है क्योंकि ट्रेन फिर से चालू करना है गैस कटर किधर है कोचू को काटकर हटाया जा रहा है इधर घाटना के टूरंट बैड लोको पायलट और सहायक लोको पायलट की ब्रेक एनालाइजर से जात कराई गई थी जो नेगेटिव पाई गई है और बहुत तारिके से राहत और बच्चा कार्य चालू है और ट्रेन को फिर से पटारी पर खड़ा करने का काम चालू है.

इस दुर्घटना में लगभाग 52 करोड़ से अधिक का नुक्सान हुआ है और इसमें यह नुक्सान बहुत बड़ा है क्योंकि ट्रेन लगभाग दो-तीन दब्बे जख्मी दूर हो चुके हैं और बहुत सारे खंभे भी टूट गए हैं तो लगभाग याह 52 करोड़ के आगे इसका रकम जा सकता है है.

इस तरह के हादसे बार-बार क्यों होते हैं:-

इस तरह की हद से बार-बार क्यों होते हैं इसका मुखिया कारण यह है कि जो भी वहां पर जो रक्षा कर्मी रहते हैं जो उनका जो स्टॉप होता है वहां पर जो पुलिस रखते हैं उन्हें वहां पर जो रेल होती है जो पटरी होती है वहां पर जैकर चेक करना चाहिए वापस सब ठीक है या कुछ पढ़ कर कुछ समस्या है वहां पर कुछ पत्थर राखे हुए सब कुछ करना चाहिए कि पिछली गाई थी और वह बहुत बड़ा नुक्सान हो गया था इसलिए जो रेल यात्रा.

इस तरह से हाथ से अगर रोकने होंगे तो जहां पर जो रुकता है वहां कि जो लोग रहते हैं वहां पर जो पुलिस रहता है जहां पर जो सब लोग काम करते हैं उनको अपना रेल कटरी रहता है वहां पर जाकर चेक करना चाहिए उनको भी अच्छा हां नहीं है जो उनके एरिया में आते हैं उनको सब कुछ चेक करना चाहिए क्योंकि वह मुख्य कारण होता है अगर अच्छी ना हो तो ट्रेन बहुत जल्दी पतारी से उतर जाती है क्योंकि ट्रेन की स्पीड बहुत ज्यादा रहती है और 130 प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेन चलती है तो वह अगर सामने कुछ देख भी लेते तो ब्रेक नहीं मार सकते क्योंकि अगर वह ब्रेक मारते तो सब ट्रेन के डब्बे को जो पटरी से बाहर आ जाता स्टेशन.

ये आराम होने के खराब टूरंट जो हमारे रेल मंत्री आशीष वैष्णव ने उन्हें वहां पर जाकर देखा तो उन्हें वहां पर मैंने ना किया कि ये ट्रेन का कैसे हुआ क्या हुआ वापस सब जानकारी ली और जानने के लिए लेने के खराब वसीयन टूरंट निकल गए वहां पर सभी परिजनों को मिले जो घायल हो गए उनको मिले और

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